तारों की महफ़िल हो, कोई न मेरे साथ हो , और तुम आओ। कभी यूँ भी तो हो!
आपके और आपके परिवार वालों के लिए भी नववर्ष मंगलमय हो !!
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!समीर लाल
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आपके और आपके परिवार वालों के लिए भी नववर्ष मंगलमय हो !!
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-
नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
समीर लाल
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