मीडिया में गला काट प्रतिस्पर्धा का इससे प्रत्यक्ष उदाहरण और क्या मिलेगा! जैसा कि आप देख सकते हैं टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने माइक से 'जैन टी वी' का लोगो गायब कर दिया। टाइम्स नाउ और जैन टी वी का भला क्या मुकाबला है लेकिन फिर भी, दूसरे चैनल का नाम भी क्यूँ दिखाएं!
इसके लिए भले ही पी टी आई की फोटो को एडिट करना पड़े!
( ये रिपोर्ट देखिये
मीडियाखबर.कॉम पर )
5 टिप्पणियां:
निन्दनीय है.
निन्दनीय है
निंदनीय?!
इसमें गलत भी क्या है?
रवींद्र रंजन टाईम्स मैं नौकरी करते हैं क्या......संभवतया आज के दिन के टिपीकल पत्रकार आप ही है....इतनी बेशर्मी से कहा कि इसमें गलत ही क्या है....
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