"जिस उद्देश्य से ये विस्फोट किए गए थे वे पूरे नहीं हुए हैं और यही हमारी सफलता है।"
यह शब्द हैं माननीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल साहब के, जयपुर में हुए विस्फोटों के बारे में। अब बोलो इनसे ज़्यादा सफल कार्यकाल है किसी और गृह मंत्री का? ऐसी जाने कितनी सफलताएं पाटिल साहब के खाते में दर्ज हैं। वैसे विस्फोट करने वालों के क्या उद्देश्य थे वो तो पाटिल साहब जानते ही हैं, वो यह भी जानते हैं " कि जयपुर के विस्फोटों में किन तत्वों का हाथ है।"
अभी नाम सिर्फ़ इसलिए नहीं बता रहे कि जांच चल रही है! वैसे उनके डिप्टी यानी गृह राज्य मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने "एक क़दम आगे बढ़ते हुए कहा है कि इन 'आतंकी हमलों के तार पड़ोसी देश से' जुड़े हुए हैं", अलबत्ता वो "पड़ोसी देश" कौन सा है, वो उन्होंने नहीं बताया। शायद इसे भी सफलता से जोड़ कर बताने की तैयारी में होंगे।
वैसे अच्छा होता कि पाटिल साहब और जायसवाल साहब अपनी सफलता का कोई पैमाना बता देते। और कितने शवों को कन्धा देना है, और कितने घर उजड़ने हैं, कितनी मांगों का सिन्दूर मिटना है, कितने जीवन ज़िंदगी भर के लिए अपंग होने हैं, इन सब की कोई संख्या अगर मंत्री द्वय बता देते तो दिल थोड़ा और कड़ा कर लेते हम।
मंत्री जी की सफलता के लिए कुर्बानी देने को आम जनता तो बैठी ही है!
7 टिप्पणियां:
कैसी ये इबादत या खुदा तेरे नाम पे
कत्ल बन्दो का तेरे, तेरे नाम पे
जो चला था घर से नाम लेके तेरा
हुआ हलाक़ वो शख्स तेरे नाम पे
वो माने हैं शैतान को खुदा, या रब
पर कारनामा ये किया तेरे नाम पे
अब दुआ क्या करूं, तुझसे ऐ खुदा
बेटा मरियम का मरा, तेरे नाम पे
ये नापाक इरादे, ये हवस, ये कुफ्र
सब कुछ चलता है खुदा, तेरे नाम पे
अफसोसजनक.
shameful statement .. ! don't know where we are going.
आपने मंत्री जी की मानसिकता पर सही प्रहार किया है। बहुत बहुत बधाई।
और हाँ एक निवेदन- कृपया कमेंट बॉक्स से वर्ड वेरीफिकेशन हटा दें, इससे इरीटेशन होती है।
तसलीम भाई , वर्ड वेरीफिकेशन हटाना भूल गया था, माफ़ कीजियेगा! क्या करूं कुछ मंत्री जी की सफलता और कुछ IPL की सफलता ने दिमाग ख़राब कर दिया है!
उम्मीद है कि मंत्री जी अपनी इस सफलता पर किसी पुरस्कार कि अपेक्षा नहीं कर रहे :)
हद ही कर रखी है मतलब|
Kaash ye wo padh paate...unka apni statement pe sharam se jhukha hua chehra dekhna chahti main...
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